दुनियाभर में बिटकॉइन की कीमत कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। आए दिन बिटकॉइन नई - नई बुलन्दियों को छू रहा है।बिटकॉइन आज से 7 साल पहले शुरू हुआ था। बिटकॉइन ने अपने निवेशको को 7 साल में 46% से भी अधिक का रिटर्न दिया है।
बिटकॉइन एक ऐसी करेंसी है। जिसका वजूद इंडियन रुपए और डॉलर की तरह बिल्कुल भी नहीं है। बिटकॉइन की मदद से आप सभी लोग पूरे ग्लोबल में वर्चुअल पेमेंट कर सकते है। बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी में एक दिन में सबसे तेज उछाल देखने को मिला है। जिसके बाद से बाजार में बिटकॉइन की कीमत 10,000 डॉलर तक पार कर चूका है।
अगर बिटकॉइन की कीमत भारतीय मुद्रा में बात करे तो इसकी कीमत 6,50,000 रुपए है। बीते कुछ सालों में बिटकॉइन की कीमत में 900% से ज्यादा उछाल को देखने को मिल रहा है। बिटकॉइन विशेषज्ञों का कहना है कि बिटकॉइन क्रिपोटकरेंसी की स्कीम में निवेशकों के साथ धोखा हो सकता है।
बिटकॉइन ऑनलाइन वर्चुअल करेंसी है। इसको क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है। इस करेंसी में किसी भी प्रकार के डॉक्यूमेंट की जरूरत नहीं होती है। बिटकॉइन को खरीदने के लिए इससे रिलेटेड एप्लीकेशन को डाउनलोड करना होता है। एप्लीकेशन की मदद से आप अपने अकाउंट से पैसे देने पर ही बिटकॉइन को खरीद सकते है। इतना ही नहीं एप्लीकेशन की मदद से आप लोग अपनी वर्चुअल करेंसी को बेच भी सकते है।
भारत में वर्चुअल करेंसी को खरीदने के लिए कई कंपनी अपना ई-वॉलेट प्लेटफार्म मुहैया कर रही है। भारत में एक बिटकॉइन की कीमत तकरीबन 65 हजार रुपए है। इस डिजिटल करेंसी को भारत सरकार और रिज़र्व बैंक ने किसी भी तरह की मान्यता नहीं दी है। जिन लोगों ने भी बिटकॉइन में अपना पैसा लगाया है। उन सभी लोगों को अपने पैसों का रिस्क खुद ही उठाना पड़ेगा। इसके लिए भारत सरकार और रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (5.1-3) किसी भी प्रकार से जवाबदेह नहीं होगा।
साल 2008 में बिटकॉइन डिजिटल करेंसी के ऊपर एक आर्टिकल लिखा गया था। इस करेंसी की शुरुआत साल 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर प्लेटफार्म के माध्यम से हुई है। इस सॉफ्टवेयर को अज्ञात कम्प्यूटर प्रोग्रामर या इनके समूह ने सातोशी नाकामोटो के नाम से बनाया है।
बिटकॉइन के अलावा ओर भी कई डिजिटल करेंसी में जैसे कि इथेरम, रिप्पल, लाइट क्वॉइन, एनईएम, डैश, इथेरम क्लासिक, आईओटीए, मोनेरो और स्टैटस आदि यह सब भी क्रिप्टो करंसी की लिस्ट में शामिल हैं।