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वायरल सच: रेलवे ट्रैक पर नमाज पढ़ने वाली तस्वीर है 100 प्रतिशत सही

इस फोटो को कई लोगो ने अपने व्हाट्सअप ग्रुप्स में

5 years ago
वायरल सच: रेलवे ट्रैक पर नमाज पढ़ने वाली तस्वीर है 100 प्रतिशत सही

इस फोटो को कई लोगो ने अपने व्हाट्सअप ग्रुप्स में या फिर अपनी फेसबुक की न्यूज़ फीड में या फिर ट्विटर पर देखा जरूर होगा। इस फोटो में यह बताया जा रहा है कि किस तरह लोग एक ट्रैन को रोककर रेलवेट्रैक पर नमाज़ पढ़ रहे है।

इस फोटो के अकॉर्डिंग ये एक रेलवे स्टेशन पर यह बात क्लियर नहीं हो रही कि यहाँ नमाज क्यों पढ़ी जा रही है। इस तस्वीर में बताया जा रहा है की लोग ट्रैन की पटरियों पर बैठ कर नमाज पढ़ रहे है।

इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर कई प्रकार की बात हो रही है। जितनी बार यह तस्वीर शेयर हो रही है उसके साथ उतनी तरह की कहनियाँ भी तस्वीर के साथ बयान की जा रही है। 

Source = Intoday

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सोशल मीडिया पर किसी ने यह दावा किया कि यह तस्वीर मुजफ्फरपुर, बिहार की है। मुजफ्फरपुर में ट्रैन को रोककर नमाज़ पढ़ी गयी, जिस कारण वहाँ के ऐनइइटी के बच्चे सही समय पर अपनी परीक्षा देने नहीं पहुँच पाए।

इस सेम तस्वीर को लेकर किसी ने यह भी बोला कि यह तस्वीर तमिलनाडु के किसी रेलवे स्टेशन की है। जहाँ ट्रैन को रोक कर नमाज़ पढ़ी गयी है और वहाँ के बच्चे समय पर परीक्षा देने नहीं पहुंच सके। अब यह तस्वीर इतनी ज्यादा वायरल हो गयी है कि अगर आप इस तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए आप गूगल पर भी सर्च करेंगे तो आपको ये तस्वीरें मिल जाएंगी। आपको गूगल पर फोटो के साथ साथ इसके वीडियोस भी मिल जाएंगे।

काफी खोज करने के बाद इस तस्वीर को गौर से देखने पर पता चला है कि तह तस्वीर 23 जून 2017 की है वो भी टाइम्स ऑफ़ इंडिया पेपर की। टाइम्स ऑफ़ इंडिया के फोटो जर्नलिस्ट अनिंद्या चट्टोपाध्याय जिन्होंने इस तस्वीर को लिया था उसने इस तस्वीर की सच्चाई जानी। फोटो जर्नलिस्ट अनिंद्या चट्टोपाध्याय ने बताया कि यह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का फोटो है। अनिंद्या चट्टोपाध्याय ने अपने ब्लॉग में इस तस्वीर को लेकर काफी सारी बाते लिखी है।

जब इस तस्वीर की बारे में पूछा गया तो उन्होंने खुद बताया कि यह नई दिल्ली और सदर बाजार का एरिया है जिसका नाम नबी करीम है। वहाँ पर अच्छन मिंया की मस्जिद है जहाँ पहले सिर्फ रेलवे स्टाफ के लोग ही नमाज़ पढ़ते थे। इसके बाद धीरे धीरे बाहर के लोग भी आने लगे और मस्जिद में जगह कम पड़ने लगी तो लोग बाहर बैठकर नमाज़ पढ़ने लगे। देखते देखते लोगो की संख्या इतनी बढ़ गयी कि लोग रेल की पटरियों पर बैठकर नमाज़ पढ़ने लग गए। अनिंद्या ने बताया कि वो पिछले पांच साल से ईद के पहले अलविदा की नमाज की फोटो लेने इस जगह पर जाते हैं लेकिन पिछले एक साल से ये फोटो गलत जगह बताकर वायरल हो रही है।

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