भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर 'मन की बात' कार्यक्रम के चलते पुरे राष्ट्र को संबोधित किया। 25 मार्च को मन की बात का 30वां एपिसोड था। मोदी जी ने बांग्लादेश को उसके स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुबारकबाद दी और कहा कि पड़ोसी देश के साथ भारत-हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर काम करेगा।
मोदी ने कहा की आजकल बच्चो की परीक्षाएं चल रही है तो माता पिता बच्चो का खास ख्याल रखे। फिर मोदी ने गुरुदेव रबिंद्रनाथ टैगोर को याद करते हुए कहा कि उन्होंने भारत के अलावा बांग्लादेश का भी राष्ट्रगान लिखा था।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को भी उठाया। इस दौरान उन्होंने नागरिको को कुछ बाते अपने जीवन में अपनाने की अपील की। उन्होंने नकदी लेन देन पर रोक, कालाधन, भ्रष्टाचार, महिलाओं की मैटरनिटी लीव और साफ-सफाई जैसे कई मुद्दों पर बाते की। आइये नजर डालते है उनके द्वारा की गई कुछ बातों पर:-
मोदी जी ने देशवासियों से डिजिटल भुगतान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमारा देश अब इसमें आगे भी बढ़ रहा है। डिजिटल पेमेंट के अलग अलग तरीकों में काफी वृद्धि देखने को मिली है। उन्होंने कहा की भीम एप्प को प्रारंभ हुए अभी दो-ढाई महीने ही हुए है किन्तु अब तक करीब-करीब डेढ़ करोड़ लोग इसे डाउनलोड कर चुके है।
प्रधान मंत्री ने कहा है कि लोगो को जाग्रत करने के लिए डिजिधन मेला नाम से अब तक 80-85 कार्यक्रम हो चुके हैं। देश भर में 100 कार्यक्रम पुरे करने का संकल्प है।
मोदी ने कहा कि हम 21वीं सदी में जी रहे हैं, भारत को बदलाव की जरुरत है। हमें भारत को न्यू इंडिया में बदलना है। उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि हर हिंदुस्तानी भारत को बदलना चाहता है। जब सवा-सौ करोड़ देशवासी बदलाव की चाहत रखेंगे तो वाकई बदलाव का प्रयास सफल होगा। हमें कालेधन को पूरी तरह खत्म करना है। मोदी ने आगे कहा- "मुझे विश्वास है कि बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती का जितना भी समय अभी हमारे पास बचा है, भीम एप्प का हम प्रचार करें. नकद कम कैसे हो, नोटों का व्यवहार कम कैसे हो, उसमें हम अपना योगदान दें।"
मोदी जी ने कहा कि इस बार के विश्व स्वास्थ्य दिवस का थीम डिप्रेशन है। हम आपको बार दें कि 7 अप्रैल के दिन विश्व स्वास्थ्य दिवस है। मोदी जी का कहना है कि मन में जो भी बाते है उसे खुलकर करना चाहिए और डिप्रेशन से हमेशा दूर रहना चाहिए। इसके अलावा मोदी जी से अपने मन को स्वस्थ रखने के लिए योग करने की भी सलाह दी।
मन की बात में मोदी जी ने देश की जनता से यह भी अनुरोध किया की वो जरूरतमंदों की मदद किया करे।
"लाखों लोग नि:स्वार्थ भाव से समाज के शोषित, वंचितों के लिए कुछ करते नजर आते हैं. कई लोग रोज अस्पताल जाकर मरीजों की मदद करते हैं. ब्लड डोनेट करते हैं. जन सेवा ही प्रभु सेवा हमारी रगों में है"
इसके अलावा मोदी जी ने खाना ना बर्बाद करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि हमें उतना ही खाना लेना चाहिए, जितने की हमें जरुरत है। उन्होंने कहा कि मैं कुछ ऐसे लोगो को जानता हूँ जो जूठन रोकने के लिए काम कर रहे हैं, आप सभी भी इस मामले में थोड़ा जागरूक हो जाये। मोदी के मुताबित जो लोग अपने स्वास्थ्य के लिए जागरूक होते है वे भी कहते है कि 'थोड़ा पेट खाली रखो, थोड़ी प्लेट भी खाली रखो.'
"हमें फूड वेस्टेज पर चिंता करनी चाहिए. हम प्लेट भर लेते हैं फिर खा नहीं पाते और जूठन छोड़कर निकल जाते हैं. सोचिए, जूठन न छोड़ें तो कितने लोगों का पेट भर सकता है"
मोदी जी ने मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों से यह भी अनुरोध किया कि हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे। हफ्ते में एक दिन पेट्रोल-डीजल का प्रयोग न करें। जब 125 करोड़ भारतीय छोटे-छोटे प्रयास करेंगे तो न्यू इंडिया जरूर बनेगा।
“न्यू इंडिया न सरकारी कार्यक्रम है, न ही किसी राजनीतिक दल का घोषणापत्र. यह 125 करोड़ भारतीयों का आह्वान है. न्यू इंडिया का सपना सच हो सकता है. जरूरी नहीं कि हर चीज सरकारी पैसे से होती है. अगर हर नागरिक संकल्प करे कि अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा, एक दिन पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल नहीं करूंगा. इन छोटी-छोटी बातों से न्यू इंडिया बनेगा.”