कुछ महीने पहले एक हॉलिवुड की फिल्म आई थी, नाम थी Annabelle: Creation, ये फिल्म अपनी सीरीज की दूसरी फिल्म थी। दोनों हीं फिल्मों में एक डॉल रहती है जो काफी डरावनी सी होती है और उसमे कुछ सुपर नेचुरल शक्तियां भी आ जाती हैं। बहरहाल इस लेख में आप उस फिल्म की डरावनी डॉल की नहीं पर वैसी हजारो डॉल्स से भरी हुई एक खूबसूरत परन्तु डरावनी टापू के बारे में पढ़ेंगे।
दक्षिण अमेरिका में स्थित एक खूबसूरत देश मैक्सिको की राजधानी मैक्सिको सिटी से करीब 17 मील दक्षिण की तरफ जाने पर Xochimilco canals में एक द्वीप है, नाम है “La Isla de la Munecas”. भौगिलिक दृष्टि से ये एक छोटा सा द्वीप है, इसे The Island Of dolls के नाम से ज्यादा जाना जाता है। असल में ये द्वीप एक तैरता हुआ बागीचा है जिसे वहां की आम भाषा में चिनमपा कहा जाता है। ये द्वीप प्रसिद्ध है वहां मौजूद हजारो टूटे फूटे और डरावनी डॉल्स के कारण। वहां हर तरफ डरावने डॉल्स लटके हुए दिखते हैं।
इस अजूबे द्वीप का पता आम लोगों को साल 1990 में चला। इस साल मैक्सिको की सरकार ने Xochimilco canals की साफ़ सफाई शुरू करवाई। साफ़ सफाई के दौरान हीं सफाई कर्मचारियों को इस द्वीप का पता लगा। सफाई कर्मचारी जब इस द्वीप पर पहुंचे तो वहां पर इतनी सारी डरावनी डॉल्स को देख कर डर गए और उन्होंने हीं सबसे पहले दुनिया को इस बारे में बताया की ऐसा कोई द्वीप भी धरती के इस हिस्से पे मौजूद है।
पर अभी भी इस प्रश्न से पर्दा हटना बाकी था की आखिर इस द्वीप पर इतने सारे डॉल्स आये कैसे या फिर अगर किसी ने इन डॉल्स को यहाँ रखा है तो वो आखिर कौन है और किस लिए यहाँ इतनी सारी डॉल्स को रख गया है। बहरहाल इस द्वीप पर लटकी डरावनी डॉल्स के पीछे एक बड़ी हीं रोचक कहानी है।
बहरहाल इस डॉल्स आइलैंड की रोचक कहानी का आरम्भ उस इंसान से शुरू होता है जो अपने परिवार, रिश्तेदार और घर को छोड़ कर एकांतवास के लिए इस वीरान द्वीप पर रहने आया था। सैन्टाना बर्रेरा नाम का ये आदमी भीड़ भाड़ से दूर इस द्वीप पर रहने आये। इस द्वीप पर रहने वाले वो एक मात्र शख्स थे। इस द्वीप पर और लोग भी घूमने आया करते थे पर कोई यहाँ रहता नहीं था। सैन्टाना बर्रेरा वहाँ अकेले रहा करते थे। सैन्टाना के उस द्वीप पर आने के कुछ दिनों के बाद हीं इस द्वीप के एक किनारे पर एक परिवार घूमने आया। उस परिवार के साथ एक प्यारी बच्ची भी थी। पूरा दिन वो द्वीप के किनारे पर पिकनिक मनाते रहे। सब लोग बहुत खुश थे। पर तभी द्वीप के उसी किनारे पर डूब जाने के कारण उस प्यारी बच्ची की मौत हो गई। बच्ची का परिवार बहुत रोया और आखिर में रो धो कर परिवार वापिस अपने घर चला जाता है।
द्वीप के किनारे बच्ची की मृत्यु के कुछ दिनों के बाद ठीक उसी जगह पर जहाँ बच्ची की डूब कर मौत हुई थी सैन्टाना को एक डॉल तैरती हुई दिखी। सैन्टाना ने उस तैरती हुई डॉल को पानी से बाहर निकाल लिया। पता नहीं क्यों पर सैन्टाना को ऐसा विश्वास हो जाता है की उस डॉल में उस लड़की की आत्मा मौजूद है जो कुछ दिन पहले वहां डूब कर मर गयी थी। सैन्टाना को ऐसा लगा की अगर वो इस डॉल को द्वीप पर कहीं लटका देगा तो उस बच्ची की आत्मा उसे कभी परेशान नहीं करेगी। ऐसा सोच कर सैन्टाना ने उस डॉल को एक पेड़ पर लटका दिया।
इसके बाद जब भी सैन्टाना बर्रेराको द्वीप के आस पास कोई भी डॉल दिखती तो वो उसे द्वीप के पेड़ पर कहीं भी लटका दिया करते थे। कुछ साल बाद उस द्वीप पर ऐसी लटकी हुई डॉल्स की संख्या सैकड़ों में पहुँच गई। साल 1990 में जब मेक्सिको सरकार ने Xochimilco canals की साफ़ सफाई का काम शुरू करवाया तो इस द्वीप का सबको पता चला और मिडिया में भी इस खबर से जुड़ी चर्चाएं आम हो गई। इसके बाद वहां लोगो का घूमने आना जाना शुरू हो गया।
कुछ साल बाद, साल 2001 में द्वीप के उसी किनारे पर जहाँ उस बच्ची की डूब कर मौत हो गई थी सैन्टाना बर्रेरा की लाश तैरती हुई मिली। उनकी मौत का राज आज भी एक राज हीं है, क्योंकि उस द्वीप पर उनके अलावा और कोई नहीं रहता था इसलिए वो कैसे मरे इस पर किसी तरह की ठोस जानकारी नहीं मिली। पर क्योंकि सैन्टाना की लाश भी उसकी जगह मिली जहाँ उस बच्ची की लाश मिली थी इसलिए लोगो ने ऐसा कहना शुरू कर दिया की सैन्टाना की मौत की वजह उसी बच्ची की आत्मा थी।
आज ये डॉल्स आइलैंड एक मशहूर पर्यटन स्थल बन चुका है। पर्यटक यहाँ दूर दूर से घूमने आते हैं। सैकड़ों डॉल्स को आश्चर्यचकित हो कर देखते हैं। पूरा दिन ये आइलैंड पर्यटकों से भरा रहता है पर शाम होते हीं यहाँ से सब वापिस चले जाते हैं। रात को इस आइलैंड पर पूरी तरह से डरावनी डॉल्स का हीं राज होता है।