बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान भवन में देश की जनता को डिजिटल इंडिया विषय पर संबोधित किया। उन्होंने वहां भविष्य की टेक्नालॉजी के साथ-साथ न्यायपालिका को मजबूत करने के विषय में भी चर्चा की। मोदी ने बताया कि भारत की आने वीली पीढ़ी हमारे हिंदुस्तान को ऐसा विस्तार देगी, जिसकी लोग कल्पना भी नहीं कर सकते है।
मोदी ने बताया कि अब हमारे देश के लोग बदल रहे है, यहाँ तक की उनके कार्य करने के तरीके में भी बदलाव आया है। मोदी ने यह भी कहा कि पहले जहां अफसर ऑफिस की टेबल पर गुलदस्ता रखते थे अब वे अपनी टेबल पर कंप्यूटर रखते है। देश में पेपर करेंसी भी तेजी से घटी है और लोगो में पेपरलेस ट्रांजेक्शन का चलन तेजी से सिर चढ़कर बोल रहा है।
प्रधानमंत्री के अनुसार अब रोजगार की संभावनाएं रफ्तार पकड़ेंगी। हालाँकि उन्होंने यह भी कहा कि विज्ञानं के आने से कुछ क्षेत्रो में रोजगार कम होते जा रहे है। उन्होंने फॉरेंसिक पेशेवरों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कुशल लोगों की बदौलत अपराध को सुलझाने में काफी मदद मिलती है। मोदी ने देश के बच्चो के बारे में भी चर्चा की और कहा कि वे देश का भविष्य हैं और टेक्नालॉजी की ज्यादा बेहतर समझ रखते हैं।
मोदी ने वहां एक नई परिभाषा भी दी। मोदी ने कहा ‘IT + IT = IT’ इसका मतलब बताते हुए उन्होंने कहा, ‘इनफोर्मेशन टेक्नोलोजी+ इंडियन टेलेंट = इंडिया टुमारो।’
मोदी का टेक्नोलॉजी की तरफ इस तरह का रूझान, हमेशा ही लोगो का ध्यान उनके तरफ खिचता है। इसके अलावा मोदी ने गैस सब्सिडी के बारे में भी बताया। मोदी ने कहा कि सब्सिडी छो़ड़ने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जिसके चलते गरीब परिवारों को मदद हो रही है।
मोदी ने न्यायपालिका को मजबूत करने को लेकर भी वार्ता की। उन्होंने कहा “मैं भारत के लोगों का सम्मान करता हूं जिनका कानून व्यवस्था पर अटूट विश्वास है। उन्होंने कहा कि समय के साथ हम सब को टेक्नालॉजी के अनुसार बदलना चाहिए ताकि खुद को और बेहतर बना सकें। इसके अलावा मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया (5.2-4) में इतनी ताकत है कि वह भारत की तस्वीर बदल सकता है। मोदी ने नोटबंदी का समर्थन करने के लिए भी लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा “इससे पता चलता है कि लोग भ्रष्टाचार मुक्त भारत चाहते हैं।”