राष्ट्रपति चुनाव - प्रधानमंत्री मोदी ने किया मतदान, प्रक्रिया जारी

भारत में होने वाले 14 वें राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार श्रीमान रामनाथ कोविंद और विपक्ष पार्टी की ओर से श्रीमति मीरा कुमारी यह दोनों उम्मीदवार आमने सामने है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग सुबह 10 बजे से शुरू हो गई है। इस चुनाव के आंकड़ों में रामनाथ कोविंद का पलड़ा विपक्ष पार्टी की उम्मीदवार मीरा कुमारी पर भरी पड़ता दिखाई दे रहा है। राष्ट्रपति चुनाव का रिजल्ट 20 जुलाई को दिल्ली में होगी, जहां विभिन्न राज्यों की राजधानियों से चुनाव मत की पेटियां लाई जाएंगी। राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य तथा राज्य विधानसभा के सदस्य मतदाता होते है।

संसद भवन में सुबह पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतदान कर राष्ट्रपति पद के चुनाव में हिस्सा लिया। मोदी के अलावा पार्टी के अन्य नेताओं ने भी मतदान किया।

देशभर में मांगे वोट

इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में राजग सरकार का पाला भारी लग रहा है। वही विपक्ष पार्टी के लोग अपनी उम्मीदवार मीरा कुमारी के समर्थन के लिए कुछ क्षेत्रीय दलों से बात कर रहे है। राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार बिहार के पूर्व राज्यपाल कोविंद और लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमारी दोनों ने देश भर में घुम कर अपनी उम्मीदवारी के लिए देश के लोगों से मतदान के लिए कहा है।  

राज्यों की विधानसभाओं में भी होगा मतदान 

संसद भवन के अलावा राज्यों की विधानसभाओं में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान की प्रक्रिया जारी रहेगी। संसद के दोनों सदनों में सांसदों की वोटिंग की व्यवस्था की गई है, वहीं राज्य विधानसभाओं में वहां के निर्वाचित सदस्य वोट ही डालेंगे।

कुल मतों की संख्या 10,98,903

इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार श्रीमान रामनाथ कोविंद को कुछ मंडलीय पार्टी को छोड़कर उन्हें राजग सरकार के तक़रीबन सभी घटक दलों का समर्थन है। वही विपक्ष की उम्मीदवार श्रीमति मीरा कुमारी को कांग्रेस की तरफ से 17 और विपक्ष के मुख्य दलों का समर्थन मिलेगा। इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में वोट देने वाले मत की गिनती 10,98,903 है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार को 63 फीसदी से अधिक मत मिलने की संभावना है।

24 जुलाई को पूरा होगा कार्यकाल

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का इस महीने में 24 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति पद के कार्यकाल का समय पूरा हो जाएगा। प्रणब मुखर्जी के पहले 13 अन्य व्यक्ति राष्ट्रपति पद पर रह चुके है। इन चुनावों में कुल 4896 मतदाता 4120 विधायक और 776 सांसद अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिये पात्र हैं। राज्यों की विधान परिषद के सदस्य विधान पार्षद इस चुनाव में हिस्सा नहीं लेते है।

12 नामित सदस्य नहीं डाल पाएंगे वोट

राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा के अध्यक्ष इस चुनाव में अपना मत डाल सकते है। वही दूसरी और एंग्लो इंडियन समुदाय से लोकसभा में नाम होने पर दो सदस्यों को वोट देने का अधिकार नहीं होता है। राज्यसभा के 12 लोगों की सदस्ता इस चुनाव के मतदान में असमर्थ होती है। राष्ट्रपति चुनाव एक गोपनीय मतपत्र से होता है। इसलिए पार्टी अपने सदस्य को किसी भी खास उम्मीदवार के वोट देने के लिए व्हिप जारी नहीं कर सकतीं है।

मतगणना 20 जुलाई को

बीजेपी के संचालन वाली राजग सरकार के पास शिवसेना को मिलाकर 5,37,683 वोट है। भारतीय जनता पार्टी को इस चुनाव में 12000 मत की जरूत होगी। इसके विपरीत बीजद, टीआरएस और वाईएसआर कांग्रेस से समर्थन के वादे और अन्नाद्रमुक इन पार्टीयो की संभावना से इस बार होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के वोट की कमी को पूरा कर सकता है। राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना 20 जुलाई को दिल्ली में होगी और उसी दिन शाम को इस चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए जायेंगे। विजयी उम्मीदवार 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद का भार ग्रहण करेंगे।

इस चुनाव में मत अधिकारियों ने बताया है कि राष्ट्रपति चुनाव में संसद भवन में कमरा संख्या 62 को मतदान का केंद्र बनाया गया है। सांसद जिन राज्यों से चुनकर आए है। उन सांसद को आवंटित कुर्सी की संख्या में वोट देना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी इन नेता की कुर्सी संख्या 6 पर ही अपना मतदान देंगे। यह तीनों नेता उत्तरप्रदेश राज्य का प्रतिनिधित्व करते है। अधिकारियों ने यह बताया कि संसद भवन में कुल छह कुर्सी पर ही मतदान होगा। जिन विधायकों ने दिल्ली में मतदान करने का अपना विकल्प चुना है। वे लोग कुर्सी संख्या 1 पर अपना वोट देंगे।

इस चुनाव के आंकड़ों की बात की जाए तो श्रीमान रामनाथ कोविंद की दावेदारी मज़बूत नज़र आ रही है। श्रीमान रामनाथ कोविंद को जनता दल (युनाइटेड) और बीजू जनता दल (बीजद) जैसे विपक्ष के  दलों का समर्थन हासिल है। जद (यू) के पास निर्वाचक मंडल का कुल 1.91 फीसदी मत और बीजद के पास 2.99 फीसदी मत है। इसके साथ ही तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के पास 2 फीसदी, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) का एक गुट 5.39 फीसदी और वाईएसआर कांग्रेस 1.53 फीसदी ने भी श्रीमान रामनाथ कोविंद के पक्ष में मतदान करने की घोषणा की है।

Related Article

दो तस्वीरें - दो मायने :- जवान पीटते रहे चलेग...

भूकंप के झटकों ने उत्तर भारत को हिलाया - जानि...

यौन क्षमताओं को बढ़ाने वाली दवा के ओवरडोज से य...

क्या योगी आदित्यनाथ, अखिलेश यादव का प्रचार कर...

400 मासूमों को बचाने के लिए 10 किलो का बम कंध...

प्रो कबड्‌डी लीग के पाँच साल के छोटे अंतराल म...