असम की स्थानीय अदालत ने दिल्ली के सीएम व आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है। दरहसल अरविंद केजरीवाल पर आपराधिक मानहानि का केस है और पिछली सुनवाई के दौरान केजरीवाल कोर्ट में पेश भी नहीं हुए थे। जिसके चलते कोर्ट ने केजरीवाल पर गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है।
सूत्रों के अनुसार केजरीवाल ने दिल्ली में एमसीडी चुनाव की व्यवस्थाओं का हवाला देते हुए कोर्ट से पेशी के लिए ओर समय की मांग भी की थी, लेकिन कोर्ट ने केजरीवाल की इस याचिका को खारिज कर दिया।
कोर्ट ने केजरी की अर्ज़ी को खारिज करते हुए कहा है कि इससे पहले भी जब उन्हें कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया गया था, लेकिन केजरीवाल पेश नहीं हुए थे। यहाँ तक कि उन्हें दो महीने का समय दिया गया था, इसके बावजूद वे कोर्ट में नहीं आये। आपको बता दे कि 30 जनवरी 2017 को केजरीवाल को कोर्ट में पेश होना था।
गुरप्रीत सिंह उप्पल ने केजरीवाल के समक्ष में याचिका डाली थी जिसे कोर्ट ने ख़ारिज कर, केजरीवाल के खिलाफ 10 हजार रुपए की जमानत का गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया। अब इस मामले को लेकर 8 मई 2017 को केजरी को उपस्थित होने का निर्देश मिला है।
हम आपको बता दें कि केजरीवाल पर मान हानि का केस इसलिए दर्ज है क्योंकि उन्होंने 15 दिसंबर 2016 को एक ट्वीट किया था जिसमें इन्होने लिखा था की "'मोदी जी 12वीं पास हैं, उसके बाद की डिग्री फर्जी है।'
उनका इस तरह ट्वीट करना और नरेंद्र मोदी का अपमान करना गलत था। इसलिए भाजपा नेता सूर्य रोंगफर ने केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया है। केजरीवाल कोर्ट के समक्ष पेश नहीं हुए है इसलिए उनके खिलाफ अब वारंट जारी किया गया है।
आपको यह भी बता दे कि गुरप्रीत सिंह उप्पल की और से कोर्ट में याचिका दायर की गई थी और कहा गया कि दिल्ली में एमसीडी चुनाव के चलते केजरीवाल का कोर्ट आना संभव नहीं है।