तारिक फतेह ने जय श्री राम लिखकर किया ट्वीट, बोले - जो करना है कर लो

बिहार में भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू की गठबंधन सरकार के इकलौते मुस्लिम मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद द्वारा बिहार विधानसभा में जय श्रीराम बोलने पर इनके खिलाफ फतवा जारी हुआ था। इसके बाद मंत्री जी द्वारा तुरंत ही माफ़ी मांगने पर उनके खिलाफ जारी हुआ फतवा वापस ले लिया गया है।

तारिक फतेह बोले जय श्री राम

लेकिन बात अभी भी ख़तम नहीं होती, जय श्रीराम बोलने पर होने वाले इस घमासान के बिच मशहूर मुस्लिम लेखक तारिक फतेह ने भी अपने ऑफिसियल ट्विटर से 'जय श्री राम' लिखकर ट्वीट किया| साथ ही इन्होने इस पर आपत्ति प्रकट करने वाले मुसलमानों के लिए अपने ट्वीट में ये भी लिखा कि अब जाओ.. जो करना है कर लो।  

मशहूर मुस्लिम लेखक तारिक फतेह का यह ट्वीट उस समय आया जब मीडिया में यह खबर फैली थी कि इस्लाम से निकालने का फतवा जारी होने के बाद नीतीश सरकार के मंत्री खुर्शीद अहमद ने इस पर माफी मांगी है। तारिक फतेह (2.3-8) का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ट्वीट करने के बाद महज कुछ घंटो में ही इसे तीन हजार से ज्यादा बार रिट्वीट किया गया है।

कुछ मुस्लिमों ने की सराहना

तारिक फतेह के इस ट्वीट को काफी पसंद किया जा रहा है। बहुत से ऐसे मुस्लिम यूजर्स है जो तारिक के इस ट्वीट की सराहना करते हुए लिख रहे हैं। कि जिन लोगों को मजहब के नाम पर समाज में दीवार खड़ी करना है वो करते रहें। हमें तो सिर्फ जय श्री राम बोलने में कोई भी परेशानी नहीं है। ट्विटर में मौजूद हिंदू धर्म के यूजर्स भी तारिक फतेह के इस ट्वीट को सराह रहे हैं।

ट्विटर पर कुछ मुस्लिम यूजर्स ऐसे भी है। जो अपनी इस नफरत को उर्दू भाषा में लिख है। तो ऐसे लोगो के खिलाफ मशहूर मुस्लिम लेखक तारिक फतेह ने मोर्चा खोल रखा है। तारिक इस तरह के ट्वीट्स को रिट्वीट करके उन सब लोगो को सबका सीखा रहे है, जो इसके विरोध में है।

मशहूर मुस्लिम लेखक और पत्रकार तारिक फतेह मूल रूप से पाकिस्तान के कराची से हैं। तारिक इस्लामी अतिवाद के खिलाफ बोलने और एक उदारवादी इस्लाम पक्ष को बढ़ावा देने के लिये प्रसिद्ध हैं।

बिहार विधानसभा में रविवार के दिन "जय श्री राम" नाम का नारा लगाने पर जनता दल-यूनाइटेड के मंत्री खुर्शीद अहमद ने माफी मांग ली है। बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट मंत्री में खुर्शीद इकलौता मुस्लिम चेहरा है। 28 जुलाई को बिहार विधानसभा में जनता दल-यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन ने विश्वास हासिल करते हुए ही खुर्शीद ने 'जय श्रीराम' नाम का नारा लगाया था। इस नारे पर खुर्शीद से मुस्लिम संगठन और इमाम नाराज हो गए| 'जय श्रीराम' नारे को बोलने पर उनके खिलाफ फतवा जारी कर दिया था।

रविवार के दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर पर जनता दल-यूनाइटेड बोर्ड की बैठक हुए थी। इस बैठक में अल्पसंख्यक नेता खुर्दीश पर भड़क उठे और उनसे इस प्रकार की गलती के लिए उनसे माफी की मांग की थी। अल्पसंख्यक के सभी नेताओं की नाराजगी को देखते हुए नेता खुर्शीद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने माफी मांगी थी|

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