कश्मीर के पुलवामा जिले के द्रबगाम इलाके में भारतीय सेना ने आतंक के नए पोस्टर बॉय और हिजबुल के मुख्य भर्तीकर्ता समीर अहमद भट्ट उर्फ़ ‘समीर टाइगर’ और उसके एक साथी को एनकाउंटर में मार गिराया है। इस एनकाउंटर से एक दिन पूर्व सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था।
इस वीडियो में टाइगर को सेना के एक मुखबिर को आतंकियों के कब्जे में दिखाया गया है और इसके जरिये सेना के मेजर को सन्देश दिया की ‘चलो लड़ते हैं’। 20 साल के भट्ट को अब्बासी और फैसल जैसे अलग अलग नामों से जाना जाता था। 6 घंटे से अधिक समय तक चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
आतंकी समीर भट्ट को मार्च 2016 में जम्मू कश्मीर पुलिस पर पथराव करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। उस समय उसकी उम्र केवल 18 साल थी। यहाँ से रिहा होने के बाद वो त्राल से सटे जंगलों में भागकर आतंकी समूह हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था।
टाइगर को पकड़ने के लिए सेना की 44 आर.आर. (21 राजपूत) के मेजर रोहित शुक्ला ने जबरदस्त जासूसी नेटवर्क तैयार किया था। इससे पहले दक्षिण कश्मीर में मुठभेड़ के दौरान भट्ट भागने में सफल हो गया था। इस मुठभेड़ के दौरान मेजर शुक्ला घायल हो गए थे। जिन्हे एयरलिफ्ट कर श्रीनगर में सेना के ९२ बेस अस्पताल शिफ्ट किया गया था।