मंगलवार, 9 मई के दिन योगी आदित्यनाथ स्वतंत्रता सेनानी के सम्मान समारोह में शिरकत करने गए थे। यहाँ उन्होंने उत्तर प्रदेश की साफ सफाई को लेकर चर्चा की; उन्होंने कहा कि भारत के साफ शहरों की लिस्ट में UP का केवल एक शहर है, जबकि गंदे शहरों की लिस्ट में यूपी के 52 शहर हैं। उन्होंने कहा कि हमें इसे बदलना होगा।
ANI की रिपोर्ट्स के अनुसार, सीएम ने यह भी बताया कि यदि हमें विकास सुशासन पर ध्यान देना है तो इसके लिए हमें जाति, मत और मजहब से ऊपर उठकर सोचना होगा, हमें देश के विकास के बारे में सोचना होगा।
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि "हमने बेटियों और बहनों के लिए एंटी रोमियो स्क्वॉड बनाया है, वह पूरे राज्य में सख्ती से काम कर रहा है" उन्होंने आगे कहा "जो कौम अपने इतिहास को संजो करके नहीं रख सकती, वो अपने भूगोल की रक्षा भी नहीं कर सकती।"
आपको बता दे कि मंगलवार के दिन आदित्यनाथ मेरठ पहुंचे थे और वहां उन्होंने मलिन बस्ती जाकर साफ-सफाई का जायज़ा लिया।
उन्होंने वहां आयोजित समारोह में स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान किया, इसके अतिरिक्त कार्यकर्ताओं की एक सभा को भी संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में सफाई और कानून व्यवस्था को लेकर सभी कार्यकर्ताओं को सजग रहने की हिदायत दी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि "हमें उत्तर प्रदेश में सफाई पर ध्यान देना होगा. सबसे पहले हमें प्लास्टिक के इस्तेमाल में कमी करनी होगी. अगर हमारे शहर साफ होंगे तो विश्व में हमारी ख्याति होगी"। स्वच्छता सर्वे में मेरठ को 339वां स्थान मिला है। हो सकता है कि इसी वजह से मेरठ में दिए गए अपने भाषण में मुख्यमंत्री योगी ने सफाई पर विशेष जोर दिया।
समारोह में जाने से पहले योगी मेरठ की मलिन बस्ती शेर गढ़ी गए थे। जहां 41 वर्षीय देवेंद्र ने योगी को बताया कि सीवर ना होने से गंदगी की समस्या बनी रहती है. देवेंद्र ने NDTV को भी बताया कि;
"हमने योगी जी को बताया कि सीवर नहीं होने से बरसात में नालियां जाम हो जाती हैं, जिस वजह से गंदा पानी जमा हो जाता है...हमें बहुत तकलीफ होती है।"