ओरछा शक्तिशाली बुंदेला राजाओं की राजधानी थी। यह झांसी से 16 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। यह स्थान अपने ऐतिहासिक मूल्यों के साथ-साथ वहां आने वाले विसिटर्स को एक समृद्ध अतीत की झलक भी प्रदान करता है। अगर आप यहाँ घूमने जा रहे है तो अपने टूर की शुरुआत ओरछा किले की बहुमंजिला ईमारत से करें।
जहांगीर महल की दीवारों पर भगवान राम और कृष्ण के चित्रों में जो रंग भरा गया है। उन्हें सब्जियों से तैयार की गई डाई से सजाया गया हैं।
ओरछा में घूमने के लिए एक अन्य महत्वपूर्ण स्थल है वहाँ की प्रसिद्द छत्तरीस, जो अंतिम समय में राजाओं को सम्मानित करने के लिए अंतिम संस्कार स्थल पर बनाया गया हैं।
ओरछा में देखने के लिए कई प्रसिद्ध मंदिर है, जैसे की राजाराम मंदिर, चतुर्भुज मंदिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर व् अन्य। आप यहाँ हेरिटेज होटल में रह कर रॉयल्टी का एहसास महसूस हो सकता है।
यहाँ पर बेतवा नदी में आप रिवर राफ्टिंग और शिविर लगाकर साहसिक गतिविधियों में लिप्त भी हो सकते है।