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पैम्पर्स बेबी नैपकीन के खिलाफ हैदराबाद शहर में
पैम्पर्स बेबी नैपकीन के खिलाफ हैदराबाद शहर में मुसलमानों ने विरोध दर्ज करवाया है। विरोधियों का कहना है की पैम्पर्स के नैप्पी के कवर पर बनी एक बिल्ली की कार्टून आकृति में ‘मोहम्मद’ का नाम दिखाया गया है, जो की उनकी भावनाएं आहत कर रहा है। नैपी के कवर पर बने कार्टून में बिल्ली की मूछें, नाक, मुँह और बाईं आँख को काली लाइनों में दर्शाया गया है, और इन्ही काली लाइनों को मुस्लिम प्रतिवादियों ने कहा है की ये उर्दू में “मोहम्मद” की तरह दिख रहा है जो की गलत है और इस्लाम के खिलाफ है। नैप्पी बनाने वाली कम्पनी की तरफ से इस बात पर ऐतराज जताया गया है की ऐसा कुछ उनकी तरफ से किया गया है।
कंपनी की तरफ से आये ऑफिशियल बयान में बताया गया है की उनकी कंपनी किसी धर्म के खिलाफ नहीं है और वो किसी धर्म के मानने वाले की भावनाओं को चोट नहीं पहुँचाना चाहते थे। उन्होंने बस एक कार्टून चरित्र को मार्केटिंग के लिए अपने प्रोडक्ट के कवर पर एक बिल्ली के कार्टून चरित्र का इस्तेमाल किया है।
अख़बार डेक्कन क्रॉनिकल के खबर के अनुसार इस्लामिक समूह दरसगाह जिहाद-ओ-शहादत के कार्यकर्ताओं ने इसी नैप्पी के मुद्दे पर एक आधिकारिक कम्प्लेन हैदराबाद शहर के दबीरपुरा पुलिस स्टेशन दर्ज करवाया है।
पुलिस को लिखे गए पत्र में एक समूह ने पैम्पर्स के बारे में कहा की ये कंपनी अमेरिकी मल्टीनेशनल कम्पनी है जिसने मुस्लिमों की भावनाओं को ठेस पहुंचायी है इसलिए इस कम्पनी के प्रोडक्ट्स को तुरंत भारतीय बाजारों से प्रतिबंधित कर देना चाहिए। विरोधी समूहों के द्वारा कहा जा रहा है की धुंधली आँखों से भी कोई इसे पढ़ लेगा की ये प्रोफेट मोहम्मद का नाम उर्दू /अरबी भाषा में लिखा है।
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