चर्च के पादरी करते थे महिला का शारीरिक शोषण, मामला सामने आने पर मचा हडकंप

केरल के कोट्टयम ज़िले से एक ऐसी खबर आई है जिसे जान कर धर्म के नाम पर अपनी दुकानदारी चलाने वालों से घृणा आने लग जायेगी। पूरा मामला कई वर्षों या यूँ कहें की दशकों तक चला । इस मामले में एक चर्च के कुछ पादरियों द्वारा एक महिला का सालों तक शारीरिक शोषण किये जाने की बात सामने आई है।

ये पूरा मामला तब शुरू होता है जब कोट्टयम की रहने वाली जेनी अपने कॉलेज में पढ़ा करती थी। कॉलेज के दौरान हीं जेनी का पाला एक चर्च के पादरी से पड़ गया और वो कभी धर्म के नाम पर तो कभी इलाज के नाम पर जेनी का शारीरिक शोषण करने लगा और उसके साथ सेक्स सम्बन्ध बनाने लगा। कॉलेज में पढने वाली छात्र जेनी तब इतनी समझदार नहीं थी और ये सब कुछ चुप चाप सहती रही।

एक बार शारीरिक सम्बन्ध बना लेने के बाद पादरी कई सालों तक उसके साथ सम्बन्ध बनता रहा और उसका शारीरिक तौर पर शोषण करता रहा। इस मामले में जेनी का कहना था की आरम्भिक दौर में पादरी द्वारा किये गए शोषण के बाद कई बार जेनी ने अपनी मर्ज़ी से भी पादरी के साथ सम्बन्ध बनाये ।

वक़्त बीता और जेनी की शादी होने लगी तो उसने पादरी से कहा को वो शादी के बाद उसके साथ सम्बन्ध नहीं बना पाएगी इसलिए वो उसे छोड़ दे, इस पर पादरी ने उसे कहा तुम इसकी फ़िक्र मत करो परन्तु शादी हो जाने के बाद भी पादरी अकसर मौका देख कर जेनी के साथ अपनी शारीरिक भूख को बदस्तूर मिटाता रहा। जेनी को इस बात का हर समय भय रहता था कि कहीं इन सब का पता उसके पति रॉबर्ट को न पड़ जाए।

जेनी की शादी को कुछ समय गुजर गया और जेनी को एक बेटी हुई पर इन सब के बाद भी पादरी का शारीरिक शोषण नहीं रुका। कुछ और समय गुजरा और अब जेनी की बेटी के बप्तिस्मा का समय आ गया। बप्तिस्मा ईसाई मजहब में पहला जल संस्कार होता है जिसे ईसाई दीक्षा की तरह जाना जाता है। अपने बेटी के इस खुशी के अवसर पर जेनी अपनी पुरानी ज़िंदगी को ले कर बड़ी परेशान थी और एक तरह के अपराध बोध से भी ग्रसित थी। ऐसे में अपने इस अपराध बोध से मुक्त होने के लिए उसने इसाई मत में मौजूद कन्फेशन का रास्ता चुना। 

इसके लिए जेनी चर्च गई और चर्च में मौजूद एक पादरी के समक्ष उसने कन्फेशन किया कि उसने शादी से पहले पादरी के साथ शारीरिक संबंध बनाये और बाद में उसने यह सारी बातें अपने पति से भी छुपा कर रखी। जेनी ने अपनी पूरी कहानी उस पादरी को सूना दिया।

जेनी की कहानी सुन लेने के बाद उस पादरी ने कन्फेशन बॉक्स से जुड़े सारे रश्म पूरे किये और जेनी को फिर से मिलने के लिए आने को कहा। जेनी जब कुछ दिनों के बाद फिर से उस पादरी से मिलने चर्च पहुंची तो पादरी की बातें सुन कर फिर से उसके होश उड़ गए। उस दुसरे पादरी ने अब जेनी को ब्लैकमेल किया और कहा की वो उसके साथ भी सम्बन्ध बनाये नहीं तो ये सारी बातें उसके पति को बता कर उसकी जिन्दगी बर्बाद कर देगा । 

जेनी ये सब सुन कर बहुत डर गई और इस नयी समस्या का कोई समाधान उसे नहीं मिल रहा था । अपने पति को ये सारी बाते पता ना चल पाए इसके दवाब में जेनी एक बार फिर से उस दुसरे पादरी के साथ सम्बन्ध बनाने को मजबूर हो गई । इस दुसरे पादरी ने ना सिर्फ जेनी के शरीर का भोग किया और उसके साथ सेक्स सम्बन्ध बनाये बल्कि इस दौरान उसने उसकी कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें भी उतार लीं ।

ये सब कुछ समय तक यूँ हीं चलता रहा और पादरी जब चाहता तब जेनी के साथ सम्बन्ध बनाता और उसका शोषण करता । फिर कुछ दिनों के बाद इस पादरी ने जेनी की आपत्तिजनक तस्वीरों को अपने दुसरे साथी पादरियों को दिखाया। इसके बाद सभी दुसरे पादरियों ने भी जेनी को सम्बन्ध बनाने के लिए मजबूर किया और आखिर कार उन सबने भी उसके शरीर के साथ खिलबाड़ करते हुए यौन सम्बन्ध बनाये। इसके बाद तो जेनी को कई दुसरे जगहों पर भी बुलाया जाने लगा और सभी पादरी उसके साथ अलग अलग स्थानों पर सम्बन्ध बनाने लगे। जेनी इन सब में इतनी फंस गई थी कि उसे इन सब से बहार निकलने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा था।

इन सब के बीच एक दिन जेनी के पति रॉबर्ट को अपने ईमेल पर एक बड़ी रकम की बिल मिली । यह बिल एक फाइव स्टार होटल का था। जब रॉबर्ट ने इस बाबत जेनी से थोड़ी की तो जेनी रोने लगी और इसके बाद उसने अपनी सारी कहानी शुरू से सुना दी। रॉबर्ट ने ये पूरी कहानी सुनी और यह सब सुन कर बिलकुल हिल गया । ये सब जानने के बाद रॉबर्ट ने चर्च से अपनी पत्नी जेनी के साथ हुए शारीरिक शोषण के मामले की शिकायत दर्ज कराई।

पूरे मामले पर चर्च का पक्ष

केरल के बरसों पुराने इस मलंकारा चर्च के अधिकारियों ने इस पूरे मामले की बड़ी गंभीरता से लिया है और सभी पांच आरोपी पादरियों को इसकी वज़ह से अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया गया है। चर्च ने इस पर कहा है कि पीड़ित पक्ष द्वारा बताई गई पूरी कहानी में अगर जांच के पश्चात किसी प्रकार का कोई सच निकलता है तो सभी आरोपी पादरियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी और अगर इस कहानी में सत्यता नहीं निकली तो इन सभी को फिर से बहाल कर दिया जाएगा। चर्च ने इस मामले में यह भी कहा की अगर इतने सैलून से किसी का शोषण हो रहा था तो उसने पहले इस बारे में कोई शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई ? इस पर पीड़िता के पास किसी प्रकार का कोई उत्तर नहीं था। 

वहीं चर्च ने इस पूरे मामले को किसी बड़ी षड्यंत्र होने की संभावना भी जताई है। चर्च के अधिकारियों का कहना है की चर्च पर वर्चस्व प्राप्त करने के लिए दूसरे पक्ष के लोग भी चर्च को बदनाम करने के लिए ये सब करवा सकते हैं।

ख़बरों के अनुसार पुलिस ने फिलहाल इस पूरे मामला को दर्ज नहीं किया गया है और प्रतिष्ठा बचाने के ख़याल से इस मामले से जुड़े किसी भी इंसान का वास्तविक नाम बाहर नहीं आने दिया गया है।

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