राम मंदिर निर्माण के लिए योगी आदित्यनाथ ने बढ़ाया एक ओर कदम

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद धार्मिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने की कोशिश लगातार की जा रही है, जो बीते कई सालों से बंद हो गई थी। योगी सरकार के धार्मिक मामलों के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने संकेत दिए है कि अब फिर से  एक बार अयोध्या में नित्य रूप से रामलीला नाटक पर अभिनय को शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही वृंदावन में रासलीला, गाजियाबाद में कैलास मानसरोवर के भवन का निर्माण भी कराया जाएगा।

यह तो तय था कि योगी सरकार आने के बाद प्रदेश में दोबारा धार्मिक स्थलों पर रौनक देखने को मिलेगी। अब एक बार फिर से प्रदेश में रामराज्य को स्थापित करने के मकसद से बीजेपी ने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए है। परन्तु कुछ लोगों का मानना है कि इस मामले को समझना जरुरी है कि प्रदेश में फिर से तुष्टिकरण की राजनीति शुरू हो गई है। जब लक्ष्मी नारायण चौधरी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होने कहा कि प्रदेश में योगी सरकार के नेतृत्व पर चल रही सरकार पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार की तरह तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करती है। 

Source =Indiavoice

उन्होंने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में सबका साथ और सबका विकास होगा। यहाँ तुष्टिकरण किसी का नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव की सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति के अधीन उन्होंने गाजियाबाद में सिर्फ हज हाउस को बनवाया था। अखिलेश ने कैलाश मानसरोवर यात्रा, चार धाम यात्रा, सिंधू यात्रा के लिए केवल 50 करोड़ रुपए खर्च किए और सिर्फ एक कैलाश मानसरोवर भवन का निर्माण कराया था।

समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव की सरकार को निशान साधते हुए लक्ष्मी नारायण चौधरी कहते है कि राम जन्मभूमि अयोध्या में रामलीला, वृंदावन में रासलीला और चित्रकूट में हर रोज भजन कीर्तन के लिए हमारी सरकार जो अपने कदम को बढ़ा रही है, वह रामराज्य की पुर्नस्थापना की ओर बहुत अहम् और बड़ा कदम है। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार के यह सभी काम राम राज्य की स्थापना के लिए उठाये जा रहे है।

Source =Newsstate

प्रदेश के धार्मिक मामलों के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी यही नहीं रुके। उन्होंने आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि मदरसों में सिर्फ नमाज पढ़ना नहीं सिखाना चाहिए। वहीं अल्पसंख्यकों के बारे में भी बात करते हुए चौधरी ने कहा अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए हमारी सर्कार ने 550 करोड़ रुपए दिए है। साथ ही प्रदेश के 550 मदरसों को एक एक करोड़ रुपए की राशि दी गई है। इसके बाद अपनी अधूरी बात को पूरा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर कोई पढ़ने आया है तो केवल नमाज पढ़ना सीखा देना पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा यह मदरसे की खूबी नहीं है, उसे बच्चों को शिक्षित भी करना चाहिए।

Related Article

अब जनरल टिकट ऑनलाइन भी खरीद सकेंगे यात्री, रे...

80 अभिनेत्रियों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप ह...

फिल्म नायक की तर्ज पर यूपी की तस्वीर बदलने मे...

अम्बेडकर अब कहलायेंगे डॉ. भीमराव ‘रामजी’ अम्ब...

एक शहर जो पिछले दो साल से स्वच्छता के शिखर पर...

बेटी बचाओ अभियान को लेकर योगी का बड़ा कदम - कन...