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कांग्रेस का प्रधानमंत्री के आलिंगनों का मज़ाक़ बनाना कहाँ तक सही

‘जिंदगी ट्रोल ना बन जाए सम्हलो यारो’

6 years ago
कांग्रेस का प्रधानमंत्री के आलिंगनों का मज़ाक़ बनाना कहाँ तक सही

‘जिंदगी ट्रोल ना बन जाए सम्हलो यारो’

उपर्युक्त पंक्तियाँ मजाकिया तौर पर एक बॉलीवुड फिल्म के गाने की पैरोडी बना कर लिखी गई है, पर इस पंक्ति में एक सवाल के साथ एक आशंका भी छुपी है।

आप सब अगर सोशल मीडिया पर अपना वक़्त बिताते होंगे तो आपने ट्रोल शब्द को जरूर सूना होगा। ख़ास तौर पर ये शब्द उन छद्म सोशल मीडिया प्रोफाइलों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो किसी और की पैरोडी या फिर छद्म नामों से प्रोफ़ाइल बना कर प्रसिद्ध नेता अभिनेता खिलाड़ी आदि पर व्यंगात्मक तरीके से कटाक्ष करते हुए अपनी टिप्पणी करते हैं। चुकी ये लोग छद्म नामों से होते हैं तो इनकी पहचान गुप्त रहती है और इसी कारण इनके द्वारा किये गए कटाक्ष पर कोई ऐक्शन नहीं लिया जाता है। 

आजकल इन ट्रोल प्रोफाइल्स को मिल रही प्रसिद्धि ऑफिशियल राजनीतिक व्यक्तियों और पार्टियों को भी आकर्षित कर रही है। पर ऑफिशियल का कैजुअल हो कर ट्रोल जैसा आचरण करना कहीं से भी तर्कसंगत नहीं कहा जा सकता। इसीलिए इस नए ट्रेंड को पचा पाना मुश्किल हो रहा है। 

वैसे तो राजनीति में ज़ुबानी कटाक्षों का पुराना इतिहास रहा है, पर ये कटाक्ष फिर भी एक मर्यादित सीमा के अंदर हीं रहा करते थे। पिछले कुछ सालों से ये मर्यादा की सीमा नेताओं द्वारा तोड़ी जाने लगी है, और इसी का अगला वर्जन ऑफिशियल राजनितिक प्रोफाइलों से अपने प्रतिद्वंदियों को ट्रोल करना है। 

कल जब इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजीमन नेतन्याहू भारत दौरे पर दिल्ली पहुंचे तब भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्मजोशी दिखाते हुए प्रोटोकॉल तोड़ते हुए उनकी आगवानी करने दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुँच गए और उनका गले लगा कर स्वागत किया। इस स्वागत में भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टी और सबसे पुरानी पार्टी कहलाने वाली कॉंग्रेस को कटाक्ष और व्यंग का मसाला दिख गया और इससे जुड़ा एक आपत्तिजनक वीडिओ माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर उनके ऑफिशियल हैंडल से ट्वीट किया गया ।

इस वीडिओ में मोदी जी के विश्व नेताओं के साथ गले मिलने का मज़ाक बनाया गया है। मोदी के अलग अलग विश्व नेताओं संग गले मिलते समय के फोटो और वीडिओज़ को लिंक कर के हैशटैग हगोपलेमेसी (#Hugplomacy) के नाम से पोस्ट किया गया है। इस वीडिओ की शुरुआत में मोदी को ऑफिशयल Awkward अर्थात अनाड़ी बताया गया है। विश्व नेताओं के साथ की उनकी तस्वीरों की तुलना टाइटेनिक के मशहूर रोमांटिक पोज से की गई है । इस ट्वीट में कुछ पंक्तियाँ लिखी गई हैं जिसमे वर्तमान राष्ट्रीय मेहमान इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू (2.2-8) के आगमन पर भी ऐसे हीं आलिंगन के लिए सबको तैयार रहने को कहा गया है।


बहरहाल ये व्यंग कटाक्ष भी एक सीमा तक अच्छी लगती है, पर लोकतांत्रिक पद पर आसीन व्यक्ति के लिए राजनीतिक महत्वकांक्षाओं को पूर्ण करने हेतु देश की प्रमुख विपक्षी दल का इस हद तक गिर जाना कहीं से भी लोकतन्त्रसंगत नहीं कहा जाएगा। कुछ हीं दिन पहले कॉंग्रेस के ऑफीशियल ट्विटर हैंडल पर हीं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी एक आपत्तिजनक वीडिओ ट्वीट किया गया था। इस ट्वीट की हर तरफ निंदा की गई, पर कॉंग्रेस पार्टी ने इससे सबक सीखने के बजाय फिर से एक और गलती कर दी।

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