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इजराइल में पीएम मोदी का जबरदस्त स्वागत, वहां बगिया में महकेगा मोदी' फूल'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों इजरायल के ती

6 years ago
इजराइल में पीएम मोदी का जबरदस्त स्वागत, वहां बगिया में महकेगा मोदी' फूल'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों इजरायल के तीन दिवसीय दौरे पर है। इजरायल में तेजी से पंखुड़ियां खोलने को बेताब एक फूल का नाम भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर रखा गया है।

इजरायल में यहूदी राष्ट्र की इस परम्परा पर किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा पर उनके प्रति अपना विशेष सम्मान प्रकट करते हुए उस पंखुड़ियां खोलने वाले फूल का नाम नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा गया है। इजरायल में इस फूल को इजरायली गुलदाउदी फूल को अब से मोदी के नाम से जाना जाएगा। इस प्रकार की जानकारी को सरकारी अधिकारी ने ट्विटर पर शेयर किया है।

गुलदाउदी का नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में

इजरायल के सरकारी ट्वीटर हेंडल पर एक ट्वीट में कहा गया है, तेजी से बढ़ते नए फूल इजरायली गुलदाउदी का नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में उनके नाम पर रखा गया है और अब इसे मोदी कहा जाएगा. वास्तव में एक बढ़ती साझेदारी है. प्रधानमंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, गुलदाउदी फूल का नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में रखा गया है. इस फूल को मोदी कहा जाएगा. 

फूलों के फार्म का किया दौरा

पीएम नरेंद्र मोदी इजराइल के हवाई अड्डे से इजरायली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू (2.2-8) के साथ मिशहमार हाशिवा में दांजिगेर दान फूलों के फार्म का दौरा किया। जहां पर उन्हें बाग़वानी में होने वाली नई तकनीक के बारे में जानकारी दी गई। दांजिगेर फ्लॉवर फार्म यह इजराइल की एक प्रमुख बागवानी कंपनी में से है। जो करीबन 80 हज़ार वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैले हुआ है।

प्रधानमंत्री के कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, कृषि पर ध्यान केंद्रित करते हुए शुरूआत  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दांजिगेर फ्लॉवर फार्म का दौरा किया. एक अन्य ट्वीट में कहा गया, दांजिगेर फ्लॉवर फार्म में इस्राइली सरकार ने आधुनिक कृषि तकनीक दिखायीं. एक अन्य विशेष बात यह रही कि इस्राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ फ्लॉवर फार्म गए. इस फार्म की स्थापना 1953 में की गयी थी जो मध्य इस्राइल में यरूशलम से करीब 56 किलोमीटर दूर मोशाव मिशहमार में स्थित है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल में येद वाशेम होलोकॉस्ट स्मारक का दौरा भी किया और वहां पर नरसंहार से पीड़ितों को श्रद्धांजलि भी दी। मानव के इतिहास में नरसंहार की सबसे बड़ी यह शोकपूर्ण घटना थी। जिसमे जर्मनी के नाज़ी लोगो ने करीब 60 लाख इजराइल के यहूदियों को मौत की नींद सूला दिया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल यात्रा से पहले शाम को कहा था कि जिसमें इजरायल और भविष्य का फलस्तीन राष्ट्र शांतिपूर्ण ढंग से सह-अस्तित्व में रह सकें। उन्होंने यरूशलम सहित सभी लंबित मुद्दों के स्वीकार्य समाधान निकालने के प्रयासों का भी समर्थन किया।

भारत और इस्राइल स्वाभाविक दोस्त

इजराइल प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि 'भारत हमारा गहरा मित्र है. पीएम नरेंद्र मोदी की यह यात्रा ऐतिहासिक है. हम भारत और भारत की संस्कृति से प्यार करते हैं. भारतीय और इस्राइली स्वाभाविक दोस्त हैं. मुझे याद है कि आपने भारत और इस्राइल के संबंधों को लेकर मुझसे पहली मुलाकात में क्या कहा था. आपने कहा था कि असीमित संभावनाएं हैं. परंतु अब इसमें मैं जोड़ता हूं कि संभावनाओं का आकाश अनंत है'. दोनों देशों के बीच सहयोग की व्यापक संभावनाओं के बारे में उल्लेख करते हुए इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम और भी ज्यादा कर सकते हैं, साथ मिलकर ज्यादा बेहतर कर सकते हैं'.

'मेरे मित्र नरेंद्र मोदी इस्राइल में स्वागत है'

पीएम मोदी के स्वागत में एयरपोर्ट पर हुए कार्यक्रम में इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा ''मेरे मित्र नरेंद्र मोदी का इस्राइल में स्वागत है. उन्होंने हिंदी में कहा, 'आपका स्वागत है मेरे दोस्त'. नेतन्याहू ने कहा, हम भारत से प्रेम करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी को 'भारत का एक महान नेता और महान वैश्विक नेता' करार देते हुए इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए 70 वर्षों से इंतजार कर रहे थे'. हवाई अड्डे पर दोनों नेता एक दूसरे से तीन बार गले मिले. दोनों ने एक दूसरे को कई बार 'मेरा मित्र' कहकर संबोधित किया.

दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ

प्रधानमंत्री मोदी जी ने इजराइल में अपने सम्बोधन में कहा कि जो लोग मानवता में विश्वास रखता है। वो लोग आतंकवाद और कट्टरता का विरोध करते है। इसी प्रकार इजराइल प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भी कहा है कि आतंकवाद से निपटने के लिए दोनों देश को एक साथ मिलजुल कर आतंकवाद के विरोध में काम करना होगा। उन्होंने इस बात को गणित के फॉर्मूले से तुलना करते हुए कहा है कि यह विचार बहुत ही उत्तम है।

योग और भारत की ऐसे की तारीफ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर दिए गए प्रेस वक्तव्य में नेतन्याहू ने कहा, 'मैं यह स्वीकार करता हूं कि योग के प्रति मोदी के उत्साह से मैं प्रेरित हुआ हूं'. नेतन्याहू ने कहा कि वह योगाभ्यास शुरू करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'मोदी ने मुझे निचले स्तर से शुरूआत करने की सलाह दी है. जब मैं सुबह के वक्त ताड़ासन करता हूं और अपना सिर दायीं ओर घुमाता हूं तो जो पहला लोकतंत्र मैं देखता हूं वह भारत है और जब मोदी वशिष्ठासन करते हैं और बायीं ओर मुड़ते हैं तो इस्राइल वह पहला लोकतंत्र है जो उन्हें नजर आता है. इसलिए हमारे सामने भारत और इस्राइल दो सिस्टर डेमोक्रेसी हैं.

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