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राज्यसभा की तीन सीटें खाली होने वाली हैं, तीनों सीट दिल्ली के कोटे से सम्बंधित हैं और कॉंग्रेस नेताओं द्वारा खाली की जा रही है। चूँकि अब दिल्ली विधानसभा में कॉंग्रेस की सीटों की संख्या शून्य है इसलिए वहां कॉंग्रेस का कोई नेता तो आने से रहा और भाजपा के भी हालात कुछ अलग नहीं हैं, तीन भाजपाई सीट राजयसभा में दिल्ली की तरफ से उनकी दावेदारी सुनिश्चित नहीं करते है। अब बची सिर्फ आम आदमी पार्टी जिनकी तरफ से ये तीनों सीटें पक्की नज़र आ रही हैं।
ये तो तय था कि दिल्ली से तीनों राजयसभा के उम्मीदवार आम आदमी पार्टी से हीं जायेंगे पर ये तीन कौन होंगे इस पर संशय बरक़रार था, और इस संशय से पर्दा कल तब उठा जब तीनों उम्मीदवारों की घोषणा हो गई। ये उम्मीदवार हैं अरविन्द केजरीवाल के ख़ास और आप के गठन के समय से जुड़े नेता संजय सिंह, आम आदमी की खाता बही और सारे लेखा जोखा देखने वाले एनडी गुप्ता और पूर्व कॉंग्रेसी और 40 दिन पहले पाला बदल कर आप में शामिल हुए सुशील गुप्ता।
उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होते ही आम आदमी पार्टी में विरोध के स्वर मुखर हो गए। जाने माने कवि और आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक कुमार विश्वास ने इस निर्णय का खुले स्वर में विरोध किया है। विश्वास ने मीडिया के सामने आकर पार्टी और पार्टी के सुप्रीमों अरविन्द केजरीवाल पर बहुत संगीन इल्जाम लगाए। उन्होंने पार्टी के लीडरशिप को कटघरे में खड़ा करते हुए खुद के लिए ये कहा कि उनको उनके द्वारा की गई मेहनत का फल दंड के रूप में मिला है।
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— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 3, 2018
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कुमार की उम्मीदवारी पर पिछले कई दिनों से चर्चा चल रही थी, राजनितिक गलियारे, सोशल मीडिया और बाहर भी उनके प्रशंसक उन्हें राज्यसभा की उम्मीदवारी के लिए बिलकुल मुफीद मान रहे थे, लेकिन खुले तौर पर ये भी माना जा रहा था कि केजरीवाल जी कभी भी कुमार विश्वास को राज्यसभा नहीं भेजेंगे।
मीडिया के सामने दिए गए अपने कुछ सेकेंड्स के बयान में विश्वास ने केजरीवाल पर बड़े गंभीर आरोप लगाए और गहरे तंज भी किए। उन्होंने कहा कि बीते दिनों केजरीवाल जी ने उनसे कहा था कि वो “विश्वास को मारेंगे पर शहीद नहीं होने देंगे”।
कुमार विश्वास (6.1-1) और केजरीवाल के बीच अब तक जो भाषा का आवरण पड़ा हुआ था, विश्वास ने ये बयान देकर वो आवरण गिरा दिया है। उन्होंने खुद अपने मुंह से तो इस्तीफे की बात नहीं की, पर जितना कुछ कहा, वो उनके विरुद्ध कार्यवाई किये जाने और पार्टी से निष्कासित किए जाने के लिए बहुत है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि आम आदमी पार्टी और अरविन्द केजरीवाल बागी हो चुके कुमार विश्वास के विरुद्ध क्या एक्शन लेते हैं।
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