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गंभीर का गंभीर सवाल - आजादी के 70 साल बाद भूख जरूरी या मंदिर-मस्जिद

देश आजादी की 70वीं सालगिरह मानने वाला है लेकिन आजा...

6 years ago
गंभीर का गंभीर सवाल - आजादी के 70 साल बाद भूख जरूरी या मंदिर-मस्जिद

देश आजादी की 70वीं सालगिरह मानने वाला है लेकिन आजादी के बाद भी हमारा देश कुछ मामलों में अभी भी पीछे है। भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने टि्वटर पर एक बेहद 'गंभीर' सवाल उठाया है और साथ ही पुरे देश से इसका जवाब भी मांगा है। गौतम गंभीर द्वारा किये गए इस ट्वीट को लगातार सराहा जा रहा है।

हजारों लोगों ने इस ट्वीट को लाइक किया है और रीट्वीट भी कर रहे है। इस ट्वीट के जरिये गंभीर सोशल मीडिया पर लोगों के दिलों पर छा गए है। आपको बता दे कि गंभीर ने आजादी के 70 साल पूर्ण होने पर गरीब बच्चों की स्थिति पर ट्विटर के जरिये सवाल पूछा है। इस ट्वीट में गंभीर ने देश चलाने वाले राजनेताओं पर भी प्रहार किया है।

वास्तव में, भारतीय खिलाड़ी गौतम गंभीर ने मंगलवार को  एक तस्वीर ट्वीट की, जो कि कई सवाल खड़े करती है।

जानिए क्या है तस्वीर में?

इस तस्वीर में एक भूखा बच्चा दिख रहा है और फोटो पर लिखा है कि हम तेरे लिए कुछ नहीं कर सकते दोस्त, हमें अभी मंदिर और मस्जिद बनाने हैं। इसमें गंभीर ने लिखा कि अभी भी मैं इस सवाल का जवाब खोज रहा हूंI

लोगों की इस ट्वीट पर बहुत सारी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। लोग गंभीर की बड़ाई कर रहे हैं। कुछ यूजर्स तो यह भी लिख रहे हैं कि सर कम से कम आपने तो ये सवाल उठाया, क्योंकि हमारे राजनेताओं के पास तो इन सब चीजों के लिए समय ही नहीं है।

गंभीर के ट्वीट पर यूजर्स भी सहमति जता रहे हैं। ट्विटर पर लिखा जा रहा है कि वाकई में सरकार को देश के बच्चों के अलावा मंदिर-मस्जिद की फिक्र ज्यादा हैI

इससे पहले भी गौतम ने किया था प्रयास  

आपको जानकारी के लिए बता दें कि यह पहली बार नहीं हुआ हैI जब गौतम ने ऐसा ट्वीट  किया है। इससे पहले भी उन्होंने छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में शहीद जवानों के बच्चों की पढ़ाई का खर्चा उठाने की भी बात कही थी। साथ ही इसके अतिरिक्त आईपीएल के दौरान जब उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' की राशि  दी गयी तो उन्होंने उस राशि को उनके सहयोग के लिए दी थी।   

इसके अतिरिक्त इससे पहले क्रिकेटर गौतम गंभीर ने लंदन के ओवल में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में जब  भारत की हार पर जश्न मनाने वाले अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक को एक राय दी थी।  

क्योंकि मीरवाइज के भारत की हार पर कश्मीर घाटी में हुई आतिशबाजी में शामिल होने की तस्वीर सामने आने और पाकिस्तान को बधाई वाले ट्वीट के उपरांत क्रिकेटर गौतम गंभीर ने ट्वीट कर मीरवाइज पर निशाना साधा था।

गंभीर ने लिखा, 

'मीरवाइज, एक सलाह है तुम बॉर्डर क्यों नहीं पार कर जाते? वहां तुम्हें बढ़िया पटाखे मिलते. वहीं ईद मनाते. सामान बांधने में मैं तुम्हारी सहायता कर सकता हूं.'

गौतम की नई पहल

अपनी संस्था 'एक आशा' के द्वारा गौतम समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने एक पहल की है, जिसमें वे अब प्रतिदिन लोगों को भोजन कराएंगे, जिसका वे कुछ भी शुल्क नहीं लेंगे।  

पहले ट्वीट में गौतम ने एक फोटो डाली है जिसमें निशुल्क भोजन कराने का समय और जगह के बारे में बताया गया है और लिखा है कि वर्ल्ड कप जीत लिया, आईपीएल जीत लिया, प्रतिद्वंदवियों को हरा दिया। अब समय दिल जीतने और भूख को हराने का है।

फिर गौतम गंभीर (2.4-5) ने लोगों को भोजन कराते हुए एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें उन्होंने लिखा, दिल में सहानुभूति, हाथ में प्लैट है और लबों पर प्रार्थना कि कोई भी भूखा नहीं सोना चाहिए।

इसके बाद गौतम ने अपने टि्वटर पर एक वीडियो भी शेयर किया। गौतम ने दोनों ट्वीट के उपरांत एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा 365 दिन, 52 हफ्ते, 12 महीने, कई भूखें और एक आशा।

लोग गौतम गंभीर की तारीफ करते हुए ट्वीट्स पर प्रतिक्रियाएं दे रहे है। आपको बता दें कि गौतम गंभीर सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहते हैं और सामाजिक मुद्दों पर भी अपनी राय देते रहते हैं।  

सेलिब्रिटी से मिली तारीफे

शाहरुख खान गौतम की इस पहल के कायल हो गए और ट्वीट कर गौतम को बधाई दी हैI

क्रिकेटर शिखर धवन ने भी उनकी इस पहल की जमकर तारीफ की थीI

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